रिपोर्ट /राकेश त्रिपाठी
प्रधान संपादक
महराजगंज/निचलौल: जिले के निचलौल तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत रेहायशी इलाकों में कच्ची व देशी शराब की कालाबाजारी चरम पर है, सूर्य ढ़लते ही खुलेआम रेहायशी इलाकों में शराब व गांजे की बिक्री होने लगती है और निचलौल आबकारी विभाग सिर्फ कागजों में कोरमपूर्ति की कार्यवाही दिखाती है। जो किशोरों व युवाओं के खराब स्वास्थ्य व खराब भविष्य का द्योतक बनता जा रहा है।
आबकारी निरीक्षक वैभव कुमार यादव से की बार इसकी शिकायत की गई पर उनका कहना सिर्फ यही रहता है कि, कार्यवाही की जाएगी। सवाल ये उठता है कि, युवाओं की जिंदगी बर्बाद होने के बाद कार्यवाही होगी या पहले?
आपको बता दें कि निचलौल क्षेत्रांतर्गत ग्रामीण से लेकर कस्बे तक सूर्य धलते ही शराब की कालाबाजारी शुरू हो जाती है जिससे स्थानीय आम लोग हमेशा हतोत्साहित रहते हैं, आए दिन युवा नशे में धुत होकर उपद्रव भी करते हैं। इस कालाबाजारी की सूचना आबकारी विभाग से लेकर स्थानीय पुलिस तक को पता रहती है पर कार्यवाही कभी नहीं की जाती है जिससे कालाबाजारी करने वालों की रीढ़ और मजबूत होती जा रही है और निचलौल आबकारी विभाग दिखावे के लिए सिर्फ उन मादक पदार्थों पर कार्यवाही करती है जो बार्डर के समीप एसएसबी टीम द्वारा पकड़ी गई होती है। सूत्रों के मुताबिक इस कालाबाजारी में आबकारी विभाग से लेकर स्थानीय पुलिस खुद संलिप्त रहती है।
निचलौल क्षेत्र के ग्रामीण इलाके जहां कच्ची शराब बनाई जाती है:
सूत्रों के मुताबिक निचलौल थाना क्षेत्र के बजहां उर्फ अहिरौली, बजहीं, डोमा, लेदी, गेड़हवां, चंदागुलरभार, बढ़यां, मुसहर टोला जैसे कई जगहों पर कच्ची शराब बनाकर बेची जाती है।
निचलौल कस्बे के इन मोहल्ले में होती है देशी शराब की बिक्री:
निचलौल कस्बे के मारवाड़ी मोहल्ला, महाशय मोहल्ला, हिंदी मोहल्ला, घोड़हवां जैसे जगहों पर देशी शराब की बिक्री खुलेआम होती है।
मादक पदार्थों की कालाबाजारी प्रशासन के नाच के नीचे ही होती है और प्रशासन इससे बेखबर व संलिप्त रहता है। आम जनमानस नशे में धुत उपद्रवियों से हमेशा सहमे रहते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि, इसकी सूचना आबकारी निरीक्षक निचलौल वैभव कुमार यादव को कई बार दी गई पर उनके द्वारा किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई।