रिपोर्ट नरसिंह उपाध्याय महाराजगंज
महराजगंज। क्षेत्र में इस समय देशी मदिरा की अवैध बिक्री तेजी से बढ़ती जा रही है। लाइसेंसी दुकानों के अलावा अब गांवों में भी खुलेआम शराब बेची जा रही है। किराने की दुकानों, चाय की दुकानों, यहां तक कि छोटी गुमटियों पर भी देशी मदिरा आसानी से उपलब्ध हो रही है।
सूत्रों के अनुसार, वर्तमान आबकारी निरीक्षक के कार्यभार संभालने के बाद से क्षेत्र में नियंत्रण काफी कमजोर पड़ा है। लाइसेंसी दुकानों पर बिक्री घटने के बावजूद गांव-गांव में शराब की बिक्री बढ़ रही है। यह स्थिति इस ओर इशारा करती है कि अब यहां भी नेपाल जैसी व्यवस्था बनती जा रही है,
स्थानीय लोगों का कहना है की कुछ दुकानों पर तय मूल्य से अधिक रुपये लेकर भी देशी शराब बेची जा रही है। जबकि नियम के अनुसार, किसी व्यक्ति को एक दिन में 1.5लीटर मात्रा में ही शराब खरीदने की अनुमति होती है, उत्तर प्रदेश आबकारी नियमावली के तहत, एक व्यक्ति एक दिन में कितनी शराब खरीद सकता है,उसका के समय सूची दुकान के बाहर लगावे ताकि आम लोगों भी मालूम हो की कितनी मात्रा में एक व्यक्ति शराब खरीद सकता है जहां तक मुझे पता है की एक बार में अधिकतम 1.5 लीटर देशी शराब, 6 लीटर विदेशी शराब, 2 लीटर वाइन या 12 कैन बीयर खरीदी जा सकती है। यदि आप इससे अधिक मात्रा में शराब खरीदना या घर पर रखना चाहते हैं, तो आपको व्यक्तिगत बार लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा।। इसके बावजूद क्षेत्र में बड़ी मात्रा में शराब बेचे जाने से यह सवाल उठता है आखिर इतनी मदिरा लाइसेंसी दुकानों से बाहर कैसे पहुंच रही है?
जगह जगह लोगो की मांग है की अधिकारी अपने केबिन से बाहर निकले और गांवों में दुकानों को चिन्हित कर छापेमारी करें अवैध बिक्री पर अंकुश लगाया जा सके ताकि मदिरा की बिक्री केवल लाइसेंसी दुकानों तक सीमित रहे।