रिपोर्ट नरसिंह उपाध्याय
महाराजगंज में पराली जलाने पर नियंत्रण को लेकर डीएम संतोष कुमार शर्मा ने बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जिले में सभी एसडीम उपनिदेशक कृषि और 12 थानाध्यक्षों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर सख्ती के लिए प्रशासन अब पूरी तरह एक्टिव मोड में हैं जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासनिक पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारियों पर कड़ा रुख दिखाया डीएम के इस कदम ने पूरे जिले में हलचल मचा दी है पराली प्रबंधन पर प्रभावी नियंत्रण न दिखाने पर जिलाधिकारी ने जनपद के सभी एसडीम उपनिदेशक कृषि तथा दर्जन भर थाना अध्यक्षों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है नोटिस प्राप्त थाना अध्यक्षों में श्यामदेउरवा, घुघली,सदर, कोठीभार,भिटौली, सिंदुरिया,पनियरा, चौंक,निचलौल, नौतनवां, फरेंदा, और बृजमनगंज शामिल है इन थानों में बार-बार पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही है लेकिन जमीनी स्तर पर सुधार नहीं दिखा डीएम ने कहा कि पराली जलाना पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है ऐसे में अधिकारियों द्वारा केवल कागजी कार्रवाई कर जिम्मेदारियां को निभाना स्वीकार नहीं किया जाएगा उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि प्रत्येक क्षेत्र में लगातार टीम बनाकर निगरानी की जाए और पराली जलाने वालों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई हो इसी क्रम में ग्राम पंचायत में भी कड़े कदम उठाए गए नेता सुरुहुआ, पिपरदेउरा, बसंतपुर राजा, बागापर, लखिमा और दुबौली, गांव के ग्राम प्रधानों को 95, 1 जी का नोटिस जारी किया गया है नोटिस में ग्राम प्रधानों से यह पूछा गया है कि गांव में पराली जलाए जाने की जानकारी के बावजूद रोकथाम के प्रभावी प्रयास क्यों नहीं किये गये परली प्रबंधन व्यवस्था को मजबूत करने हेतु कृषि विभाग के 30 एटीएम बीटीएम और प्राविधिक सहायकों को भी चेतावनी दी गई है इन फील्ड कर्मचारियों की जिम्मेदारी किसानों को जागरूक करना वैकल्पिक प्रबंधन के बारे में बताना और वास्तविक समय पर रिपोर्टिंग करना है डीएम ने यह भी कहा है कि आगे से किसी भी स्तर पर लापरवाही मिली तो निलंबित जैसी कार्रवाई भी की जा सकती है जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने बैठक में कहा कि पराली दहन जन स्वास्थ्य पर्यावरण और वायु गुणवत्ता के लिए अत्यंत हानिकारक है इसे रोकना हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नियंत्रण के सख्त उपाय अपनाएं गांव गांव टीम भेज कर भ्रमण कराएं और जिन क्षेत्रों में शिकायत मिले वहां तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।