रिपोर्ट राकेश त्रिपाठी , महराजगंज
पत्रकार को अबकारी निरीक्षक ने खबर छापने को लेकर दिया धमकी।
जिला महराजगंज में लगातार अवैध शराब बिक्री का खबर लगातार प्रकाशित होता आ रहा है लेकीन इसके बाजूद रुकने का नाम नहीं ले रहा।
हमारे रिपोर्टर द्वारा जब मामले को संज्ञान में लिया तो सूत्रों के द्वारा पता चला की कच्ची शराब अभी भी धड़ल्ले से बिक रहा वही नहीं मूल्य रेट से अधिक आस पास के लोगों ने बताया की 55 ₹ की जगह 65 रुपए लिया जाता है। हैरानी तब हुई जब हमने वहां के अवैध शराब ने समलित लोगो के पास जाकर क्रेता बनकर और घुल मिलकर अपना बनकर कुछ सवाल किया तो पता चला की कुछ प्रशासनिक अधिकारी व कुछ दलाल आते है जो हफ्ते में तय कमीशन को लेकर जाते है, एक महिला विक्रेता से पता चला की वो कहने लगी कोई मोटका आता है महराजगंज से वो अपने आप को बाबू बोलता है आबकारी विभाग का और वो भी कमीशन बिक्री के अनुसार लेकर जाता है ,
लोगो की मांग है की इस तरह से कुछ अधिकारी और विक्रेता मिली भगत से तेजी से ये व्यापार बढ़ रहा है इस पर शासन प्रशासन को संज्ञान लेकर ऐसे भ्रष्ट लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए
आपको बताते चले की खबरों को लेकर ट्विटर हैंडल शिकायत करने से बौखलाए आबकारी स्पेक्टर ने पत्रकार को धमकी दे डाली और कहा अगली बार अगर खबर प्रकाशित की तुम्हारी खैर नहीं और अमर्यादित भाषा का भी प्रयोग किया गया !
जब पत्रकार ने पलटवार किया तो बोले आकर मिलो क्यों और किस लिये आखिर क्या इरादा है महोदय का ?? इस पर भी सवाल बनता है।
प्रेस की स्वतंत्रता पत्रकारों और समाचार माध्यमों को आधिकारिक सेंसरशिप से मुक्त होकर सूचना प्रकाशित करने की क्षमता प्रदान करती है स्वतंत्र प्रेस हमारे लोकतांत्रिक समाज में चौथे स्तंभ के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, नागरिकों को सूचित रखता है ताकि वे सरकार के कार्यों पर नज़र रख सकें। अब खबर प्रकाशित करने पर भी धमकियां???