रिपोर्ट राकेश त्रिपाठी प्रधान संपादक
जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को प्रोत्साहित करने हेतु महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि एसआईआर कार्य निर्वाचन प्रक्रिया का अत्यंत संवेदनशील एवं जिम्मेदार चरण है, जहां प्रत्येक मतदाता के विवरण का सही-सही सत्यापन किया जाता है। ऐसे में बेहतर कार्य करने वाले बीएलओ को सम्मानित कर उनके मनोबल को बढ़ाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बीएलओ के निवास स्थान पर जिला प्रशासन द्वारा सोलर पैनल युक्त लाइट लगवाई जाएगी, जिससे न केवल उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि ऊर्जा संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले बीएलओ को मोबाइल फोन प्रदान किया जाएगा, ताकि वे निर्वाचन कार्यों में और अधिक दक्षता से तकनीकी माध्यम का उपयोग कर सकें।

तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर आने वाले बीएलओ को सम्मानस्वरूप घड़ी प्रदान की जाएगी, जो उत्कृष्ट कार्य के प्रतीक के रूप में उन्हें प्रेरित करेगी।
इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने एक नवाचार की भी घोषणा की है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले 25 बीएलओ के द्वारा उनके संबंधित क्षेत्रों में वृक्षारोपण कराया जाएगा, जिसे “बीएलओ वृक्ष” का नाम दिया जाएगा। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सशक्त कदम है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि बीएलओ का नाम उनके कार्यक्षेत्र में सदैव प्रेरणा का स्रोत बना रहे।
जिलाधिकारी शर्मा ने सभी बीएलओ से अपेक्षा की है कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठा एवं पारदर्शिता के साथ निर्वहन करें तथा एसआईआर कार्य को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करें। जिला प्रशासन उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को आगे भी सभी स्तरों पर सम्मानित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर उन्होंने मीडियाकर्मियों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर भी दिया। जिलाधिकारी महोदय ने अवगत कराया कि जनपद में लगभग शत–प्रतिशत मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं और 41.40 प्रतिशत का डिजिटाइजेशन भी किया जा चुका है। जो हमारे बीएलओ के प्रयासों से ही संभव हुआ है।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी डॉ प्रशांत कुमार, एसडीएम नन्द प्रकाश मौर्या और जिला सूचना अधिकारी प्रभाकर मणि त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।