रिपोर्ट राकेश त्रिपाठी प्रधान संपादक
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय में संचालित विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बीएलओ द्वारा की जा रही गणना प्रपत्रों के वितरण, प्राप्ति एवं डिजिटाइजेशन प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने डिजिटाइजेशन की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए गणना प्रपत्रों को जमा कराने और उनके डिजिटाइजेशन की गति को तेज करने का निर्देश दिया।
प्राथमिक विद्यालय में स्थापित बूथ संख्या 270 में कुल मतदाता 968 थे, जिनमें 632 का डिजिटाइजेशन कार्य पूर्ण हुआ था। बीएलओ सुमन ने बताया कि बूथ संख्या 271 पर कुल 1080 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें 617 का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। इसी प्रकार बूथ संख्या 272 की बीएलओ शशिकला ने बताया कि कुल पंजीकृत 1091 मतदाताओं में 772 के गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य किया जा चुका है। बूथ संख्या 273 की बीएलओ पुष्पा गुप्ता ने जिलाधिकारी को बताया कि 1083 मतदाताओं में 701 के गणना प्रपत्र को डिजिटाइज किया जा चुका है। इसी प्रकार बूथ संख्या 274 पर 1106 मतदाताओं में 659 के फॉर्म के डिजिटाइजेशन का काम पूरा किया जा चुका था। जिलाधिकारी ने डिजिटाइजेशन की धीमी प्रगति को लेकर नाराजगी व्यक्त की और डिजिटाइजेशन के काम को तेज करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि जो मतदाता नहीं मिल रहे हैं, न्यूनतम 03 बार उनको तीन बार अनिवार्य रूप से बुलावा भेजें।
जिलाधिकारी ने कहा कि डिजिटाइजेशन बेहद अहम है और मतदाताओं से संपर्क कर वितरित फॉर्म को जमा कराएं और डिजिटाइजेशन कार्य समानांतर रूप से करें, ताकि एसआईआर के प्रथम चरण का कार्य समयसीमा में पूर्ण किया जा सके। उन्होंने मतदाताओं की मैपिंग को भी समय से पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया कहा कि प्रपत्रों के साथ संलग्न की जाने वाली तस्वीरें स्पष्ट हों और आवश्यकता पड़ने पर बीएलओ अपने मोबाइल से मतदाता की फोटो लेकर उसे संलग्न करें।
उन्होंने निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी प्रेम प्रकाश पांडेय को निर्देशित किया कि कम डिजिटाइजेशन वाले बूथों की सूची तैयार कर उनकी नियमित समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि डिजिटाइजेशन का कार्य तेजी से पूर्ण हो।
जिलाधिकारी ने मौजूद मतदाताओं से संवाद करते हुए एसआईआर में सहयोग करने का अनुरोध किया और बताया कि सभी के प्रयास से हम एक शुद्ध और सटीक निर्वाचक नामावली तैयार करने में सफल होंगे।उन्होंने ग्रामीणों से एसआईआर फॉर्म को जल्द से जल्द भरकर जमा करने का अनुरोध किया। कहा कि ऐसा न करने पर मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने से वंचित हो जाएंगे, जो लोकतंत्र में हमारा सबसे प्रमुख अधिकार है। इससे हम सरकार बनाते हैं।
जिलाधिकारी ने गांव के पंचायत भवन में संचालित फॉर्मर रजिस्ट्री कार्य का भी अवलोकन किया। पंचायत सहायक ने बताया कि अबतक कुल 64 किसानों की फॉर्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है, जबकि कुल लक्ष्य 94 का है। पंचायत सहायक ने बताया कि कुछ लोगों के नाम में विसंगति और वरासत के अद्यतन न होने के कारण रजिस्ट्री में समस्या आ रही है। जिलाधिकारी ने ऐसे लोगों की सूची तहसीलों को प्रेषित करने का निर्देश दिया, ताकि उनका सत्यापन जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने फॉर्मर रजिस्ट्री के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया और कहा कि आगामी समय में कृषि संबंधी समस्त योजनाएं फॉर्मर आईडी के आधार पर ही मिलेंगी। इसलिए अपना रजिस्ट्रेशन अवश्य कराएं।
जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आई ग्रामीण महिलाओं से संवाद करते हुए उन्हें अन्य लोगों को भी आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु प्रेरित करने का निर्देश दिया। कहा कि आयुष्मान कार्ड से 05 लाख तक का कैशलेश इलाज लाभार्थी को मिलेगा। इसीलिए जो लोग भी पात्र हैं और आयुष्मान कार्ड से वंचित हैं, अपना कार्ड अवश्य बनवाएं।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम प्रेम शंकर पांडेय, तहसीलदार सदर पंकज शाही, नायब तहसीलदार विवेक श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी प्रभाकर मणि त्रिपाठी, बीडीओ परतावल संतोष यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।