नरसिंह उपाध्याय
ब्यूरो रिपोर्ट गोरखपुर
– तमाम बड़े नेता, अधिकारी, बिजनेसमैन और रईस लोग ‘नौका विहार’ टहलने के नाम पर करने आते है ‘गंदा खेल’
गोरखपुर दिन में वाहनों की आवाजाही और रात का अंधेरा होते ही गोरखपुर की धड़कन बन चुके नौका विहार से कूड़ाघाट वाले रोड पर लगती है एक ऐसी मंडी, जो सैंकड़ों युवाओं को अंधेरे में धकेल रही है। ये काला धंधा पिछले कुछ महिनों से यहां बिना किसी डर के लगातार यूं ही चलता आ रहा है। हैरत की बात ये है कि ये सब होता है पुलिस चौकी से महज सौ मीटर की दूरी पर।
हम बात कर रहे हैं गोरखपुर नौका विहार की। कैन्ट पुलिस चौकी क्षेत्र के चौकी रामगढ़ ताल एरिया में रात होते ही किन्नरों के वेश में ‘गे’ लड़कों का एक ऐसा गिरोह सक्रिय हो जाता है, जो लड़कियों की तरह सज धजकर ऐसे लड़कों को अपनी और आकर्षित कर फंसाता है जो अपनी हवस की आग बुझाने के लिए ऐसे ही ‘जुगाड़’ की तलाश में भटक रहे होते हैं। फिर यहां खुलेआम होता है गंदगी को खुला खेल। ये ‘गे’ गिरोह उनकी जरूरतें पूरी करके पैसा वसूल करता है। ये गिरोह यहां पिछले आठ दस महिने से ये काला धंधा करता आ रहा है।
सरकारी जमीन पर नंगा खेल
दरअसल जिस जगह ये काम होता है वहां नगर निगम गोरखपुर की खाली जमीन है। पहले यहां चारदिवारी थी, लेकिन बाईपास रोड बनने की वजह से दीवार को तोड़ दिया गया था। दोबारा दीवार ना बनाए जाने के कारण ये जगह खुली है। आड़ के नाम पर यहां कुछ पेड़ों के छुरमूट और टूटी हुई दीवार है।
सैंकड़ों की संख्या में कंडोम
इस काले और गंदे धंधे की गवाही यहां सैंकड़ों की संख्या में पड़े कंडोम हैं। सूत्रों ने बताया कि रोज सुबह यहां हर तरफ कंडोम ही कंडोम बिखरे पड़े मिलते हैं। इस बात की गवाही यहां खींची गई फोटो भी दे रही है कि रात के अंधेरे में यहां क्या होता है।
नेता, रईस और छात्र भी इनके ‘शौकीन’
सूत्रों ने बताया कि रात करीब 11 से 12 बजे के बाद ये लोग यहां डेरा डाल लेते हैं और देर रात में तकरीबन एक-डेढ़ बजे जाते हैं। इस दौरान यहां एक से बढ़कर एक महंगी कारों में युवक और उम्रदराज लोग और छोटी उम्र के लड़के आते रहते हैं। वो भी इनके जबरदस्त शौकीन हैं। इस व्यक्ति का बयान समाज के उस घिनौने चेहरे को भी उजागर कर रहा है जो बहुत घातक है।
पुलिस चौकी के बराबर में चल रहा है, ‘गंदा धंधा’
इस मामले में हैरत की बात ये है कि ये काला धंधा कैन्ट थाने के रामगढ़ पुलिस से महज सौ मीटर की दूरी पर होता है। लेकिन इस चौकी की पुलिस इनपर इसलिए हाथ नहीं डालती क्योंकि इस खेल में तमाम बड़े नेता, अधिकारी, बिजनेसमैन और रईस लोग ‘नौका विहार’ के नाम पर ‘गंदा खेल’ खेलने आते है। इस संबंध में जब पुलिस के एक जिम्मेदार अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इन लोगों के खिलाफ आए दिन कार्रवाई की जाती है और इन्हें हटाया जाता है लेकिन कुछ टाइम बाद ये फिर डेरा जमा लेते हैं। वह यह भी कहते हैं कि ये तो उन लोगों को सोचना चाहिए जो इनकी सेवा लेने यहां आते हैं। वो आना छोड़ दें तो यह गैंग खुद ही यहां आना छोड़ देगा।
‘गुंडई’ और ‘नशाखोरी’ से भी है इस गैंग का नाता
सूत्र बताते हैं कि ये गैंग गुंडई और नशाखोरी में भी कम नहीं है। आए दिन ये लोग यहां नशा करते है और इनके पास आने वाले अपने ग्राहकों से लड़ते-झगड़ते और मारपीट करते दिखाई देते हैं। इतना ही नहीं कोई अगर इन्हें कम पैसे देता है तो ये उसका मोबाइल, पर्स आदि सब छीन लेते हैं और मारपीट करके भगा देते हैं। सोमवार रात भी इन लोगों ने एक युवक को स्कूटी समेत नाले में धक्का दे दिया। लोगों का कहना है कि ये सब पुलिस की मिलीभगत से ही चल रहा हैं। पुलिस को भी ये लोग हिस्सा देते हैं।