रिपोर्ट/राकेश त्रिपाठी
प्रधान सम्पादक
महराजगंज के फरेंदा तहसील क्षेत्रांतर्गत ग्राम भैया फरेंदा में पराली जलती देख मेरे और सर्किल आफिसर फरेंदा द्वारा कृषक को प्रेरित कर जलती पराली बुझवाई गई।
कृषक बंधुओं को अवगत कराया गया कि उपग्रह से लगातार पराली जलने की निगरानी की जा रही है,अत: पराली जलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही निश्चित है।
पराली जलाना न सिर्फ विधि विरुद्ध है बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हानिकारक है। पराली जलने से निकलने वाली गैसे धीमी जहर की तरह काम करती हैं। जो गर्भवती महिलाओं , बुजुर्ग, और बच्चों के लिए तो बहुत ही खतरनाक है बल्कि स्वस्थ मनुष्य के लिए भी उतनी ही खतरनाक है जितनी एक साथ 100 सिगरेट पीना। अत: कृषक बंधुओं से अपील की गई कि न तो स्वयं पराली जलाएं और न ही किसी को जलाने दें।

कंबाइन मालिकों से भी निवेदन है कि कृषक बंधुओं से पराली न जलाने के लिखित वचन लिए बिना कटाई न करें।