ब्यूरो/राकेश त्रिपाठी/महाराजगंज
प्रधान सम्पादक
महाराजगंज, 20 दिसंबर 2025, जनपद में बढ़ती ठंड को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी द्वारा रैन बसेरों एवं अलाव व्यवस्था का व्यापक निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने गूगल मीट के माध्यम से मौके से जुड़कर व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, अधिशासी अधिकारियों सहित तहसीलों एवं नगर निकायों के कर्मचारियों को मौके पर भेजकर रैन बसेरों और अलाव की स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद के सभी गांवों में न्यूनतम एक स्थान पर अलाव अनिवार्य रूप से जलाया जाए। साथ ही वार्डों में भी सभी प्रमुख जगहों पर अलाव की व्यवस्था करें। इसके अतिरिक्त सभी अस्पतालों, बस एवं रेलवे स्टेशनों, रैन बसेरों, टैक्सी स्टैंडों तथा अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर 24 घंटे अलाव जलाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि समस्त उपजिलाधिकारी स्वयं क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करें तथा किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जरूरतमंदों को तत्काल कंबल वितरण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में ठहरने वाले लोगों के लिए स्वच्छता, पेयजल, शौचालय, प्रकाश, गर्म पानी एवं सुरक्षा जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहनी चाहिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने नगर पालिका परिषद महाराजगंज के रैन बसेरे में आवासित यात्रियों से संवाद भी किया। यात्रियों ने रैन बसेरे में उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि “कोई भी निराश्रित व्यक्ति ठंड में न सोए, यह प्रशासन की सामूहिक जिम्मेदारी है।” ठंड से किसी भी निराश्रित, जरूरतमंद अथवा यात्री को असुविधा न हो, इसके लिए जिलाधिकारी ने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता बताया।
जिलाधिकारी ने कल जनपद में जलाए गए अलावों की जानकारी ली। जनपद मे कुल 414 स्थानों पर अलाव जलाए जा चुके हैं तथा 1739 जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित किए गए हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठंड के पूरे मौसम में व्यवस्थाओं की निरंतर निगरानी रखी जाए और आवश्यकता अनुसार संसाधनों में वृद्धि की जाए।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व जिलाधिकारी द्वारा बुधवार को जनपद की गोशालाओं का भी ऑनलाइन निरीक्षण किया गया था तथा वहां भी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। जिला प्रशासन का प्रयास आमजन को ठंड से राहत प्रदान करना है।