पं० दीनदयाल इण्टर कॉलेज में दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ खेलों से होता है शारीरिक क्षमता और दक्षता का विकास:जिलाधिकारी

रिर्पोट सुनील कुमार पाठक 

 

पं० दीनदयाल इण्टर कॉलेज में दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ खेलों से होता है शारीरिक क्षमता और दक्षता का विकास:जिलाधिकारी

 

सहनशीलता और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करते हैं खेल : विमल पांडेय

छात्र जीवन में अध्ययन के साथ शारीरिक स्वास्थ्य भी आवश्यक: डॉ. शांतिशरण

महाराजगंज l नगर स्थित पं० दीनदयाल इण्टर कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि खेलकूद से मनुष्य के जीवन में शक्ति का संचार होता है। इससे न केवल शारीरिक क्षमता का विकास होता है, बल्कि जीवन में ताजगी, स्फूर्ति एवं अनुशासन भी आता है। आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक है कि वह खेलों से जुड़कर अपने जीवन को संतुलित और स्वस्थ बनाए।

कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय जिलाधिकारी महोदय द्वारा कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ० राजेश सिंह (प्रबंधक, गुरु गोरक्षनाथ महाविद्यालय, जोगिया), संस्थापक विजयबहादुर सिंह, विशिष्ट अतिथि ओमप्रकाश सिंह (पूर्व प्रधानाचार्य, महात्मा गांधी इण्टर कॉलेज, गोरखपुर), श्री विमल कुमार पाण्डेय (प्रबंधक, साधुशरण भारद्वाज इण्टर कॉलेज, बेलवा काजी), सचिव डॉ,शांतिशरण मिश्र, विद्यालय के डायरेक्टर दुर्गेश कुमार सिंह, प्रधानाचार्य डॉ० शैलेन्द्र प्रताप सिंह, कोऑर्डिनेटर नेहा डालमिया, दी पैरामाउंट एकेडमी के डायरेक्टर इंजीनियर आकाश सिंह एवं प्रधानाचार्या नेहा सिंघानिया के साथ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में छात्रा भूमिका दास द्वारा मनमोहक कथक नृत्य तथा नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा “अंडे का फंडा” गीत पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुति दी गई, जिसने उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सिटीजन फोरम के महासचिव विमल पांडे, विशिष्ट अतिथि सिटीजन फॉर्म के सचिव डॉक्टर शांति शरण मिश्र, तथा समारोह के अध्यक्ष राजेश सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि खेल हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। खेल केवल शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन नहीं, बल्कि अनुशासन, टीम भावना, धैर्य एवं आत्मविश्वास का भी निर्माण करते हैं। वहीं संस्था के अध्यक्ष एवं महात्मा गांधी इण्टर कॉलेज, गोरखपुर के पूर्व प्रधानाचार्य ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि खेलों में हार-जीत से ऊपर उठकर ईमानदारी, परिश्रम और सहयोग की भावना को आत्मसात करना चाहिए।

खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत उद्घाटन मैच अल्फा हाउस एवं गामा हाउस की वॉलीबॉल टीमों के मध्य खेला गया, जिसमें गामा हाउस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अगले दौर में प्रवेश किया। दूसरा वॉलीबॉल मैच बीटा हाउस एवं थीटा हाउस के बीच हुआ, जिसमें बीटा हाउस विजयी रहा।

नन्हे-मुन्ने बच्चों की सैक रेस में अल्फा हाउस के आयुष पटेल ने प्रथम, थीटा हाउस के अनुराग गुप्ता ने द्वितीय तथा गामा हाउस के आकाश यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कबड्डी प्रतियोगिता सबसे अधिक रोमांचक रही, जिसमें सीनियर वर्ग से थीटा हाउस एवं गामा हाउस तथा जूनियर वर्ग से थीटा हाउस एवं बीटा हाउस ने फाइनल में प्रवेश किया।

बैलून ब्लास्ट प्रतियोगिता (बालिका वर्ग) में बीटा हाउस की आराध्या प्रथम, अल्फा हाउस की प्राची रौनियार द्वितीय एवं गामा हाउस की प्रज्ञा पटेल तृतीय स्थान पर रहीं। बालक वर्ग में अल्फा हाउस के अनस प्रथम, गामा हाउस के करन द्वितीय तथा बीटा हाउस की फातिमा ज़हरा खान तृतीय स्थान पर रहीं। स्पून रेस में थीटा हाउस की स्नेहा प्रथम, अल्फा हाउस के अमित द्वितीय एवं गामा हाउस के रुद्र प्रताप सिंह तृतीय स्थान पर रहे। लंबी कूद प्रतियोगिता में थीटा हाउस के आरुष पटेल प्रथम, गामा हाउस के खुशबुद्दीन द्वितीय तथा थीटा हाउस के अंकित वर्मा एवं विवेक यादव संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे।

संस्था के संस्थापक विजयबहादुर सिंह ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल अनुशासन, टीमवर्क और आत्मविश्वास विकसित करने का सर्वोत्तम माध्यम हैं। हार-जीत से अधिक महत्वपूर्ण प्रयास, अनुशासन और खेल भावना है।

कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य डॉ० शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के दूसरे दिन वॉलीबॉल एवं कबड्डी के फाइनल मुकाबलों के साथ खो-खो, लंबी दौड़, तीन-पैरी दौड़, रस्साकशी, लंबी कूद एवं रिंग रेस जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। पहले दिन का कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ।

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