रिपोर्ट नरसिंह उपाध्याय उपसंपादक
भाजपा यूपी में नेतृत्व परिवर्तन की आहट तेज
लखनऊ
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर तेज हलचल का दौर जारी है। संगठनात्मक प्रक्रिया के तहत 13 दिसंबर तक नामांकन की औपचारिकता पूरी होने के बाद अब 14 दिसंबर को नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम घोषित किया जाएगा। इस घोषणा से पहले ही राजनीतिक गलियारों में कयासों का बाजार गर्म है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा इस बार ऐसे अध्यक्ष की तलाश में है, जो 2027 विधानसभा चुनाव तक संगठन को सशक्त नेतृत्व दे सके और जमीन स्तर पर पार्टी को मजबूती प्रदान कर सके। इसी क्रम में कई वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं के नाम सूची में उभरते दिखाई दे रहे हैं।
संभावित दावेदारों में ये नाम सबसे प्रबल

• पंकज चौधरी — केंद्रीय मंत्री और पूर्वांचल के प्रभावशाली ओबीसी चेहरे के रूप में इनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।जो महराजगंज से 7 बार के सांसद और कुर्मी बिरादरी पर पकड़ और संगठन पर गहरी पकड़ और लंबे अनुभव के चलते इन्हें शीर्ष दावेदारों में शामिल किया जा रहा है।
• बी.एल. वर्मा लंबे समय से संगठन में सक्रिय और केंद्रीय नेतृत्व के भरोसेमंद नेताओं में शुमार। बतौर कुशल संगठनकर्ता इनका नाम भी चर्चा में है।
• धर्मपाल सिंह योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री और प्रदेश की राजनीति में अनुभवी चेहरा। सामाजिक समीकरणों में पकड़ और कैडर में स्वीकार्यता के आधार पर इनकी दावेदारी को भी अहम माना जा रहा है।
विश्लेषकों की नजर में क्या है अहम?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ऐसी व्यक्तित्व की तलाश में है जो संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय कर सके और जातीय समीकरणों के साथ-साथ क्षेत्रीय संतुलन भी बनाए रखे। 2027 के मिशन को देखते हुए पार्टी किसी ऐसे चेहरे को आगे ला सकती है जो सभी तरह से फिट बैठती हो
अब पूरे प्रदेश की निगाहें 14 दिसंबर पर टिकी हैं, जब भाजपा अपना नया प्रदेश अध्यक्ष किसे घोषित करेगी