रिपोर्ट राकेश त्रिपाठी
सम्पादक
महराजगंज/निचलौल: जनपद के निचलौल क्षेत्र के टिकुलहियां स्थित सरस्वती देवी महिला महाविद्यालय में आज छात्राओं द्वारा गरबा एवं डांडिया कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। छात्राओं ने पारंपरिक परिधानों में देवी का रूप धारण कर मनमोहक प्रस्तुतियाँ दिया जिससे पूरा महाविद्यालय का वातावरण हर्षोल्लास से गूंज उठा। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने गरबा नृत्य की प्रस्तुतियाँ देकर उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महिला महाविद्यालय परिसर में कार्यक्रम के दौरान पारंपरिक संगीत और तालियों की गूंज से उत्सवधर्मी माहौल में डूब गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षकगणों ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कला संकाय की विभागाध्यक्ष डिम्पल पटेल तथा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष तानिया जायसवाल ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्राओं की प्रतिभा को निखारने के साथ भारतीय संस्कृति और परंपरा के संरक्षण में भी सहायक सिद्ध होते हैं। कार्यक्रम का सफल संचालन एम.ए. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा कल्पना तिवारी ने किया। अंत में प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए सराहना की गई।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य श्यामबिहारी अग्रवाल ने बताया कि, डांडिया “देवी शक्ति की जीत” का प्रतीक है। यह मुख्य रूप से देवी दुर्गा द्वारा राक्षस महिषासुर का वध करने की खुशी में मनाया जाता है। डांडिया की छड़ें देवी की तलवारों का प्रतीक हैं, जो बुराई के नाश और अच्छाई की जीत का प्रतीक हैं। डांडिया नवरात्रि त्योहार के दौरान खेला जाने वाला एक पारंपरिक गुजरात नृत्य है, जो महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत का उत्सव मनाता है। इसमें रंगीन छड़ियों का उपयोग किया जाता है, जो देवी दुर्गा की तलवारों का प्रतीक हैं, और यह बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाता है। यह नृत्य भक्ति, समुदाय और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और देवी की शक्ति के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक तरीका है। जिसको जीवंत रखने के लिए महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
इस अवसर पर उप प्राचार्य सत्येंद्र गुप्ता, ईएएसी विभागाध्यक्ष आनन्द कुमार मिश्र, विज्ञान संकाय अध्यक्ष रामकेश चौधरी, प्रदीप द्विवेदी, अहमद रजा, मानवेंद्र तिवारी, उमेश प्रजापति, विपुल तिवारी, प्रतिभा, तान्या जायसवाल, राधा, साक्षी तिवारी, मो. मुस्तफा सहित सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।