रिपोर्ट/धीरज प्रजापति महराजगंज
महराजगंज खेतों में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बुधवार को ग्राउंड जीरो पर उतरे। दोनों अफसरों ने संयुक्त रूप से कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर मौके की स्थिति का जायजा लिया और किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया।
निरीक्षण के दौरान अगया गांव में बिना एसएमएस डिवाइस के चल रही एक कंबाइन मशीन को मौके पर ही सीज कर दिया गया। जिलाधिकारी ने तहसीलदार व राजस्व टीमों को निर्देश दिया कि पराली जलाने वालों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से सख्त कार्रवाई की जाए और टीमें बनाकर लगातार निगरानी बढ़ाई जाए।
अधिकारियों ने किसानों को पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों—जैसे प्रदूषण, मिट्टी की उर्वरक क्षमता में कमी और स्वास्थ्य जोखिम—के बारे में विस्तार से बताया और वैकल्पिक प्रबंधन अपनाने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने अतिरिक्त पराली को नजदीकी गौशालाओं में दान करने का सुझाव दिया, साथ ही आश्वासन दिया कि परिवहन व्यवस्था प्रशासन की ओर से कराई जाएगी।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि पराली जलाना कानूनी अपराध है, ऐसे मामलों में दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे पराली नहीं जलाएंगे और वैकल्पिक प्रबंधन अपनाएंगे।