रिपोर्ट नरसिंह उपाध्याय उपसंपादक
गौशालाओं को पुआल दान करने का किया अनुरोध।
पराली जलाना गैरकानूनी, होगी कठोर कार्यवाही: जिलाधिकारी
जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्ण नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी सन्तोष कुमार शर्मा ने स्वयं अभियान की कमान संभाली और सदर तहसील क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग, लखिमा और कटहरा सहित कई ग्रामों का भ्रमण कर खेतों में पराली जलाने की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान ग्राम रामपुर बुजुर्ग में एक कंबाइन मशीन द्वारा बिना एसएमएस के धान की कटाई किए जाने पर उसको सीज किया गया। साथ ही जिन खेतों में पराली जलती मिली उनके विरुद्ध कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से संवाद करते हुए पराली जलाने के दुष्प्रभावों की जानकारी दी और पर्यावरण संरक्षण हेतु पराली को न जलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से न केवल भूमि की उर्वरता घटती है, बल्कि वातावरण में प्रदूषण फैलने से मानव स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने किसानों को पराली प्रबंधन के वैकल्पिक उपायों जैसे हैप्पी सीडर, सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम (SMS) और कम्पोस्ट बनाने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य दंड देना नहीं, बल्कि किसानों को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सामूहिक जिम्मेदारी निभाना है। जिलाधिकारी महोदय ने अतिरिक्त पराली को गौशालाओं को दान करने का अनुरोध किया और कहा कि पराली ले जाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। किसानों को सचेत करते हुए कहा कि पराली जलाने को लेकर उच्चतम न्यायालय और एनजीटी का रुख बेहद सख्त है। इसलिए जो लोग भी पराली जलाने के दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध उचित धाराओं में मुकदम पंजीकृत कर जुर्माना और आवश्यक दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि किसानों को निःशुल्क या सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जा रहे उपकरणों का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें, ताकि किसान इनका लाभ उठा सकें।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने राजस्व, पुलिस और कृषि अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी दशा में पराली जलाने की घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी की पहल पर पराली न जलाने का आश्वासन दिया।
आज सदर तहसील में जिलाधिकारी महोदय के ग्राउंड पर उतरने के बाद पराली जलाने के आरोपी 13 लोगों को निरूद्ध किया गया, जबकि 27 के विरुद्ध जुर्माने की कार्यवाही की गई। साथ ही 03 कंबाइन मशीनें सीज की गईं। जनपद में आज कुल 80 मामलों में पराली जलाने को लेकर नोटिस जारी किया गया, जबकि 07 कंबाइन मशीनें बिना एसएमएस के संचालित होने पर सीज की गईं। इसके अलावा पराली जलाने के दोषी लोगों 272500 रुपए का जुर्माना अधिरोपित किया गया।