रिपोर्ट राकेश त्रिपाठी प्रधान संपादक
“सीमा सुरक्षित, कानून सतर्क — अवैध घुसपैठ पर सख्त कार्रवाई”
सोनौली महराजगंज
भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सोनौली इमिग्रेशन कार्यालय में सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता का परिचय देते हुए एक श्रीलंकाई नागरिक को भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई नियमित जांच के दौरान की गई, जब आव्रजन अधिकारियों को उक्त विदेशी नागरिक की गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हुईं।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान केनाडी राजेन्द्रम पुत्र नेगोम्बो, निवासी श्रीलंका, के रूप में हुई है। उसे सोमवार 22 दिसंबर 2025 को विदेशी अधिनियम के तहत न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
नियमित जांच में खुला राज
जानकारी के अनुसार, 21 दिसंबर 2025 को सोनौली इमिग्रेशन चेक पोस्ट पर नियमित जांच के दौरान जब उक्त श्रीलंकाई नागरिक से पूछताछ की गई तो उसके पासपोर्ट और वीजा प्रारंभिक तौर पर वैध पाए गए। लेकिन अधिकारियों को उसकी यात्रा से जुड़ी जानकारी और गतिविधियों पर संदेह हुआ, जिसके बाद उससे गहन पूछताछ की गई।
समुद्री रास्ते से भारत में घुसपैठ
गहन पूछताछ और दस्तावेजों की बारीकी से जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि आरोपी ने भारत में समुद्री मार्ग से अनाधिकृत तरीके से प्रवेश किया था। यह कृत्य भारतीय कानूनों और विदेशी अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। इसी आधार पर उसे हिरासत में लिया गया।
संयुक्त जांच में जुटीं सुरक्षा एजेंसियां
मामले की गंभीरता को देखते हुए आव्रजन अधिकारियों ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए संयुक्त रूप से जांच शुरू की। सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आरोपी को सोनौली थाने लाया गया।
विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज
सोनौली कोतवाल महेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार श्रीलंकाई नागरिक के विरुद्ध विदेशी अधिनियम की धारा 12(3)/23 एवं 14 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है और आरोपी से विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ की जा रही है।
सीमा पर बढ़ी चौकसी
भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार बढ़ रही संदिग्ध गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। अवैध प्रवेश, घुसपैठ और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सीमा क्षेत्र में निगरानी और जांच अभियान को और अधिक सख्त किया जा रहा है।
प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, और अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।